7
इहैनिता हे पिरिया भाई अउ बेहन, जब हमर लग हइ टीमा करे गय हबै ता हम भगवान के परति डर के कारन, खुद के देह अउ आतमा के हर अक्ठी पवितर के सुध्द करके अपन बाहरी अउ भीतरी सगलू गुनाह के धोय डारे हबै।
मंडली के छमा हे पोलुस के मगन
हमके अपन हिरदय हे जिघा देया, हम कउनो के कुछ बिगाडे नेहको हबन, अउ न कउनो के दुख पहुंचाय हबन, हम कउनो के संग छल नेहको करे हबन। हइ कहै के दवारा हम तुम्हर उप्पर दोस नेहको लगाउत हबन, मै पहिले कह चुके हबन कि तुम हमर हिरदय हे बसे हबा अउ हमर तुम्हर जीवन मरन के संग हबै। मोके तुम्हर उप्पर पूर बिस्वास हबै, मोके तुम्हर उप्पर गर्व हबै, मै बोहत खुस हव, सगलू दुखो हे आनन्द लग भरपूर रथो।
जब हम मकिदुनिया आयन तब भरमा हमर देह के आराम नेहको मिलस, बलुक हमके हर मेर के दुख उठामै का पडे रथै, बाहिर झगडा लग अउ मन के भित्तर डर लग। पय दीन-दुखी मनसे के सुखी करै बाले भगवान तीतुस के इहां पहुंचाय के हमके सान्ति दय हबै। अउ ऊ केबल ओखर इहां पहुंचै लग नेहको बलुक एखर लग हमके अउ सान्ति मिलिस कि तुम उके केतका सुख दय रथा, ऊ हमके बताइस कि हमर लग मिलै के केतका ब्याकुल हबा, तुमके हमर केतका चिन्ता हबै, एखर लग हम अउ खुस हबन।
काखे मै तुम्हर लग ऊ चिट्ठी दवारा दुख दयों, फिर भी मोके ओखर उप्पर दुख नेहको होय रथै, मोके हइ देखके दुख होय रथै, कि ऊ चिट्ठी तुमके चुटु टेम के निता दुखी बनाय दय रथै। अब मै खुस हव, इहैनिता नेहको कि तुम दुखी होया पय इहैनिता कि तुम्हर मन बदलिस, तुम ऊ दुख के भगवान के इक्छा के जसना स्वीकार करा, अउ हइ मेर तुमके मोर पल्ला लग कउनो नुसकान नेहको हुइस। 10 काखे ऊ दुख जेही भगवान देथै अक्ठी असना मन बदलाव के पइदा करथै, जेखर निता पछतामै के नेहको पडथै अउ जउन मुकति दिलाथै, पय ऊ दुख जउन दुनिया लग होथै, ऊ मिरतू के पइदा करथै। 11 धियान देया कि भगवान के पल्ला लग आय हर दुख तुमके का-का परिवरतन करे हबै, असना खुसी भरे हबै कि अपन पक्छ सही करै के निता असना बडा इक्छा अन्याय के परति गुस्सा परेसानी के परति असना सचेत, मोर लग मिलै के निता असना तेज लालसा, सेबा के परति असना खुसी अउ दुराचारी के सजा देय के निता असना तेज के दवारा तुम हइ साबित के दय कि सब कुछ निक्खा-निक्खा करै हे तुम कउनो कमी नेहको छांडे हबा।
12 सही हे मै ऊ चिट्ठी इहैनिता नेहको लिखे रथो कि मोके अन्याय करै बाले अउ अन्याय सहै बाले मनसे के बोहत चिन्ता रथै, बलुक इहैनिता कि तुम मनसे भगवान के आगू हइ अच्छी मेर समझ लेया कि हमर परति तुम्हर केतका सच्चे हबा। 13 इहैनिता हमके सान्ति मिलिस, हमर हइ सान्ति के संग तीतुस के मगन के कारन अउ जादा मगन हुइस काखे ओखर जीव तुम सबके कारन खुसी हुइ गय हबै। 14 अगर तीतुस के आगू मै तुम्हर उप्पर गर्व परगट करे हबै ता मोके ओखर निता लजाय का नेहको होमै का पडिस, जउन मेर जउन कुछ मै तुम्हर लग कहों ऊ सही रथै, उहै मेर तीतुस के आगू मोर गर्व परगट करै का सही साबित हुइस। 15 जब उनके सुरता आथै कि तुम सब कउन मेर लग ओखर आदेस के माने हबा अउ डरत कांपत उनखर सोगत करा, ता तुम्हर परति उनखर माया अउ बढ जथै। 16 मै पूरी तरह लग खुस हव, काखे मोके हर बात हे तुम्हर उप्पर पूर भरोसा हबै।