इब्रानियों के लिए चिट्ठी
इब्रानिन के निता चिट्ठी
परचा
इब्रानी के किताब अक्ठी उतसाहित चिट्ठी हबै, जउन दरसाथै कइसन यीसु पुरान नियम के कइठे आगू कर बात के पूर करिस। हइ अक्ठी संदेस के मेर लिखे गय रथै, इब्रानी पुरान नियम के 60 लग जादा संदरभ हबै जउन सही रूप लग दिखाथै, कि कइसन यीसु आगू कर बात अउ यहूदी महायाजक के करतब्य के पूर करिस। हइ कारन लग हइ किताब यहूदी बिस्वासिन के उतसाहित करै बाले रथै। इब्रानी दिखाइस कि कइसन यीसु नियम के पूर करिस ताकि याजकन के फेर कबहुन बलि झइ देयका पडै, यीसु सगलू झन के पाप के निता अक बेर अउ हरमेसा के निता बलि हुइ गइस। हमर टेम बिस्वासी इब्रानी के चिट्ठी हे उतसाह पाय सकथै, कि ऊ यीसु मसीह के सुरता करत रहै जउन हमर निता भगवान हे बिस्वास करै के सिखाथै, अउ संग ही संग ओखर उप्पर बिस्वास करत रइहा। 12:2
इब्रानी के कउन लिखिस हइ कउ नेहको जानथै पय दिमाक बाले चेला पोलुस, लूका या बरनबास जसना सुझाव देय हबै। लिखे बाले तरिको नेहको जानथै पय जादातर मानेके हबै, कि हइ यीसु मसीह के जनम के 70 साल के पहिले लिखे गय रथै, यरुसलेम 70 हे नास के दय गय रथै पय हइ चिट्ठी के लिखइया यरुसलेम के बारे हे बात करथै, जसना कि हइ अबहुन तक नास नेहको होय रथै। इब्रानी के रोम सहर 13:24 हे लिखे गय रथै, अउ करीबन कइठे मंडली हे परसारित करे गय रथै।
रूप रेखा
1. लिखइया दिखाथै कि यीसु भगवान के आगू कर बात गुठे बाले अउ स्वरगदूतन लग बडा हबै। 1:1—4:13
2. फेर ऊ देखाथै कि यीसु उन याजकन लग बडा हबै जउन यरुसलेम हे भगवान के मन्दिर हे सेबा करथै। 4:14—7:28
3. यीसु के सेबकाई ऊ पुरान टीमा लग बडा हबै जउन भगवान अपन मनसे के संग ऊ नियम के दवारा करिस जउन ऊ मूसा कर दय रथै। 8:1—10:31
4. हइ समझाय के बाद कि यीसु हरमेर लग बडा हबै लिखइया कइठे बेउहारिक सिक्छा देथै। 10:32—13:17
5. आखरी हे लिखइया कुछ उतसाहित अउ सोगत के संग चिट्ठी के समापत करथै। 13:18-25
1
भगवान अपन टोरवा लग बात करिस
1 सुरुवात हे भगवान हमर पुरखन लग अउ ग्यानी मनसेन के दवारा कइन मेर के बात करिस। 2 पय हइ आखरी रोज हे भगवान अपन टोरवा के दवारा, हमर लग बात करिस अउ ऊ अपन टोरवा के दवारा दुनिया के सगलू चीजन के बनाइस अउ उहै के सगलू कुछु हक के रूप हे दय हबै। 3 ऊ टोरवा भगवान के महिमा के उजेड हबै, भगवान खुद के दरसाथै अउ अपन सक्ति के बचन के दवारा दुनिया के बनाय रखथै अउ सगलू मनसेन के पापन के छमा सुध्द करके भगवान के दहिना पल्ला ऊंच हे जाय के बइठे हबै।
4 अउ ओखर पदवी स्वरगदूतन लग ऊंच ठहरिस, काखे जउन नाम उके राजगद्दी हे मिले हबै, उन ऊ नाम लग कहुं जादा महान हबै।
भगवान कर टोरवा स्वरगदूतन लग बडा हबै
5 काखे भगवान अपन स्वरगदूत लग असना कबहुन नेहको कहिस,
“तै मोर टोरवा हबस,
आज मै तुम्हर बाफ बन गय हव।”
अउ न भगवान कउनो स्वरगदूत के बारे हे कहिस,
कि “मै उनखर बाफ हुइहों अउ उन मोर टोरवा।”
6 अउ फेर भगवान अपन अकलउता टोरवा के दुनिया हे लानथै, “तब ऊ स्वरगदूतन लग कथै, तुम सब मोर टोरवा के महिमा करा।”
7 अउ स्वरगदूतन के बारे हे हइ कथै,
“ऊ अपन सगलू दूतन के पवन हे,
अउ अपन हरवाह के धंधकत आगी के लपक हे बदल देथै।”
8 पय टोरवा के बारे हे कथै
“हे भगवान, तोर राज जुगजुग बने रहै,
तै अपन राज सासन नियाव के संग करिहों,
9 तै नियाइपन लग माया रखथस अउ अधरम लग बैर रखथस,
इहैनिता भगवान तोके चुने हबै,
अउ ऊ इज्जत के खुसी दइस तोके तोर संगिन,
लग बढके सुध्द तेल लग तोके अभिसेक करे हबै।”
10 अउ ऊ इहो कथै,
हे परभु तै सुरू हे भुंइ के नीह डालिस,
अउ स्वरग तोर हाथ के रचना हबै।
11 ऊ तो नास हुइ जही, पय तै बने रइहे,
अउ ऊ सगलू खुरथा पइजामा के जसना जुनहा हुइ जही।
12 अउ तुम उनही चदरा के जसना लपेटिहा,
अउ ऊ खुरथा पइजामा के जसना बदल जही, पय तै कबहुन नेहको बदलही।
13 भगवान कबहुन कउनो स्वरगदूत लग असना नेहको कहिस,
“तै मोर दहिना पल्ला बइठ जा,
जब तक मै तोर बैरी के,
तोर गोड के चउकी नेहको बनाय दो।”
14 हइ सगलू आतमा भगवान के सेबा टहल नेहको करथै, का सगलू स्वरगदूत हरवाह नेहको, उन मनसेन के सेबा के निता पठोय जथै, जउन मुकति के हकदार हबै।