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धन्नड मनसे के चेतन्त
1 हे धन्नड मनसे, मोर बात के सुना, तुमही रोमैका अउ आंसू बहामै चाही, काखे परेसानी तुम्हर उप्पर आमै बाले हबै। 2 तुम्हर धन सर गय हबै अउ तुम्हर बन्डी हे किरवा लग गय हबै। 3 तुम्हर सोना-चांदी हे मुरचा लग गय हबै, ऊ मुरचा तुम्हर बिरोध गवाह देही, ऊ आगी के मेर तुम्हर देह के खाय जही, हइ दुनिया के आखरी टेम हबै अउ तुम डेरा जइजात बोहत जोड लय हबा। 4 मजदुरिहा तुम्हर फसल के काटिन, अउ तुम उनखर मजदूरी नेहको दया, ऊ मजदुरिहा तुम्हर बिरोध गवाह देथै, फसल काटै बाले पुकारथै, उन मजदुरिहन के आरो सेनाओ के परभु तक पहुंच चुके हबै✡लयबेवस्था 19:13। 5 तुम भुंइ हे हर मेर के सुख अउ अपन इक्छा के जसना जीवन बिताय हबा, अउ बलि चढामै के रोज के निता खुद के मोटा ताजा बनाय लय हबा। 6 तुम धरमी मनसेन के दोसी बनाय के मार डारे हबा, अउ उन तुम्हर कउनो बिरोध नेहको करिन।
दुख हे धीर धरिहा
7 इहैनिता हे भाई, परभु के आमै तक धीर धरा। जसना किसान भुंइ के देख ले जउन खेत के मंगहा फसल के निता तब तक धीर धरथै जब तक ऊ सुरू के अउ आखरी बरसा नेहको देख ले✡बेवस्थाबिबरन 11:14। 8 तुमो धीर धरा, हिम्मत झइ हारा, काखे परभु के आमैके टेम लिघ्घो हबै।
9 हे भाई अउ बेहन अक दूसर के उप्पर दोस झइ लगाबा, जेखर लग तुम्हरो हे दोस नेहको लगाय जही, देखा, नियाव करै बाले जज दूरा हे ठाड हबै। 10 हे भाई अउ बेहन, धीर के संग दुख उठामै के बारे हे उन ग्यानी मनसेन के सुरता करा, जउन परभु के नाम लग चेतन्त दय रथै। 11 हम उनही धन्य समझथन, जउन धीर के संग रथै, तुम अय्यूब के धीर के बारे हे सुने हबा अउ तुम जानत हबा, कि परभु आखरी हे ओखर संग कइसन बेउहार करिस, काखे परभु दया के धन्नड हबै।
12 पय हे मोर भाई, सगलू बडा बात हइ हबै, कि तुम किरिया झइ खइहा, न स्वरग के, न भुंइ के, न कउनो चीज के, पय तुम्हर बातचीत हव के हव अउ नेहको के नेहको होय, कहुं असना झइ होय कि तुम सजा के काबिल हुइ जा।
बिस्वास के पराथना
13 अगर तुम्हर मसे कउनो दुख हे होंय, ता ऊ पराथना बिनती करै, अगर कउ खुस होंय, ता महिमा करै। 14 अगर तुम्हर मसे कउ नंगहा हबै, ता मंडली के सियानन के बुलवामै, अउ ऊ परभु के नाम लग ओखर हे तेल मलके ओखर निता पराथना बिनती करै। 15 ऊ बिस्वास के पराथना के दवारा रोगिया बच जही अउ परभु उके ठाड करही। अगर ऊ पाप करे हबै, ता उके छमा के दय जही। 16 इहैनिता तुम अक दूसर के आगू अपन-अपन पापन के मान लेया, अउ अक दूसर के निता पराथना बिनती करिहा, जेखर लग तुम निक्खा हुइ जइहा, धरमी मनसे के पराथना के बल लग बोहत कुछु हुइ सकथै। 17 आगू कर बात गुठेमै बाले एलिय्याह हमरेन मेर मनसे रथै, ऊ बिस्वास के संग पराथना बिनती करिस कि पानी झइ बरसै, अउ साढे तीन साल तक भुंइ हे पानी नेहको बरसिस✡1 राजा 17:1। 18 एलिय्याह फेरै पराथना बिनती करिस, ता बादर लग पानी बरसिस, अउ भुंइ हे दाना उपजिस✡1 राजा 18:42-45।
19 मोर भाई अउ बेहन, अगर तुम्हर मसे कउ सही रास्ता लग भटक जइही अउ कउ दूसर उके फेर लनहीं, 20 ता हइ समझही कि जउन कउनो भटके हर पापी के फेरै ले आनथै, ऊ ओखर आतमा के मिरतू लग बचाय हबै अउ बोहत पापन के मूंद देथै✡नीति 10:12।