12
आखरी दाहड़ान वात
1 ✡12:1 प्रकाशितवाक्य 12:7उना टेम पर मोटलो सोरगदुत मिकायल, जो थारी जातिन सोरग दुत छे, राखवाळी करने वाटे आवसे। त्यो पीड़ान टेम हुयसे। राष्ट्र न उबेजणे सी लगाड़ीन अब तक असी पीड़ा कदी नी हयी। पुण इनु पीड़ान दाहड़ा मा थारी जाति छुटकारो बी हुयसे। जिन लोगहन को नाव परमेश्वर न परमेश्वर न किपात मा लिखलो छे। त्या सब वाच जासे। 2 जो धरतीन नेचा बिड़ा मा सुवला छे, हेनुम सी घण सवटा जाग उठसे थुड़ांक को जलोम को जीवन जड़से, थुड़ांक काजे वायकेड़ा उड़ावसे आरु विनलागिया बननो पड़से। 3 जो समझदार लोगहन हसे, त्या आकाशमण्डल न विजाळा सारका चमकने वाला रयसे। आरु जो घण सवटा क धरमी बनाया, त्या जलोमका तारा न सारका चमकणिया हुयसे।
4 ए दानियेल, तु इनी किपात पर मुहर लगाड़, आरु आखरी टेम वाटे इनी वात को समाळीन राख। गण सवटा लोगहन पुछणेन करता याँ ने वाँ दवड़से, आरु आपसी ओकल को वदाड़से।
5 दानियेल उपर देख्यो, ती आरु दुय मनुस देखाय पड़ीया। एक मनुस नदीन इना धड़ मा उबलो हुतो आरु दिसरो नदी पल धड़ मा। 6 हांव उना मनुस को जो सनन छिंदरा पेहरी नदीन पानी पर उबरयलो हेका सी पुछियो, “इनु विनछेळीया काम न घटनेन टेम कतरो छे?”
7 जो मानुस छिंदरा पेहेरलो होतो चो नदीन उपोर होतो त्यो हेको जेवड़ीयो आरु डाकरीयो हाथ सोरग भेणी हुचलीयो, आरु हेको जलोम जीविता परमेश्वर न कसम लेतला समळीयो: साढ़ी तीन साल तक यी हालत रयसे। जव चुखला लोगहन नी ताकत टुटता-टुटता खतम हुय जासे, तव यी सारी वात पुरी हुयसे।
8 हांव हेकी यी वात अमळीयो पुन हांव नी समझीयो। अळते हांव ओळी पुछियो, “म्हारा मालिक, इनु वातोन आखरी फोव काय हुयसे?”
9 पुण त्यो जवाब दिदो, दानियेल, अब आय जा। यी वात आखरी टेम वाटे बंद हय गयली छे। 10 ✡12:10 प्रकाशितवाक्य 22:11इना टेम पर घन सवटा विश्वासी जन आपसा चुखो, निचळा आरु उजळा कर लेसे, पुण विनलिया लोगहन भुण्डला कामेत् करता रयसे, आरु कोय बी पापी इनी वात को नी समझे। पुण जो समझदार छे त्या इनी वात को समझी जासे।
11 जिने दाहडे चुखला मन्दिर मा लगत आग्ठान बलि चढ़ावनो बन्द कर दियो जासे आरु भुंनली चीजन कोउबी करसे, जो नाश क कारण हुयसे, उना दाहड़े सी नोव सोव नब्बे दाहड़ा वीतसे। 12 सयाळा छे चे मनुस जो गम राखीन एक हजार तीन सोव तीस ने पाच दाहड़ा पुरा करसे।
13 “दानियेल हांय तु जा थार जीवनन आखरी टेमे तक आपने वाट्ये चालतो रय आरु तुको आराम जड़से। उना दाहड़ान आखरी मा तुको थारो चुनलो भाग तुको जड़से।”