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अनाज भेंट कि विधि
“जव कोय यहोवान करता अन्नबलि क चढ़ावो चढ़ावने चाहे, त्या मैदा चढ़ावे; आरू हेका पर तेल न्‍हाखीन हेके उपर लोबान राखे आरू चा उकान हारून क पोर्‍या क जु याजक छे, लावे। आरू चा अनाज भेंटन तेल भेसकलो मैदा मा सी ओका गत आपनी भरीन निकाळे कि सब लोबान उकामा आय जाय; आरू याजक हेको फोम आपने वाळा भाग क करता वेदी पर धोपाड़्या कि या योहोवा क करता सुखदायक सुगन्धित भेंट हुयसे। आरू अनाज भेंट मा सी जो वाचला रवे चा हारून आरू उकान पोर्‍या क ठरसे; या योहोवा क भेंट मा सी घण चुखो वाटो छे।
“जव तु अन्नबलि न करता तन्दूर मा रांदलो चढ़ावु चढ़ाया, ते चा तेल सी झारली अखमीरी चांतीक होय। आरू कदाम तार चढ़ावु तवा पर रांदलो अन्नबलि होय, ते चो तेल करीन झारलो अखमीरी मयदान होसे; हेका टुकड़ा टुकड़ा करीन हेका पर तेल न्‍हाकजो, तव त्यो अनाज भेंट हुय जासे। आरू कदाम थारो चढ़ावो कढ़ाई मा तोवलो अनाज भेंट हय, ती त्यो मयदा सी तेल मा बनावनो जुळे। आरू जु अनाज भेंट ओका चीज मा सी काहनी होय उका योहोवा क सामने ली जानु; आरू जव चु याजक क जु लाया जासे, तव याजक उका वेदी क सामने ली जाय। आरू याजक अनाज भेंट मा रयी फोम करावने वाळो भाग निकाळीन वेदी पर धोपाड़े की त्यो योहोवान करता सुखदायक सुगन्धवाळो भेंट ठरसे; 10 आरू अन्नबलि मा सी जो वाचलो रवे चो हारून आरू उकान पोर्‍यो न ठरसे; चो योहोवा क भेंट मा घण चुखु वाटु हुयसे।
11 “काहलो अनाज भेट जेको तुमु यहोवान करता चढ़ावु, खमीर भेस्किन झुण बनावता; तुमु कदी आग्ठान भेंट मा यहोवान करता, खमीर आरू माहळ झुण धोपाड़जु। 12 तुमु हेको पेहली फसलन चढ़ावु करीन यहोवान करता चढ़ावा, पर चा सुखदायक सुगन्ध क करता वेदीन आग्ठी पर झुन चढ़ावु। 13 पछा आपना सब अनाजन भेंट क नमकीन बनावनु; आरू आपना कुई अनाजन भेंट आपना परमेश्वरन साथ मा बाँधली वाचा क नोन सी रहित होयने नी देनु; आपना सब चढ़ावा साथे नोन भी चढ़ावनु।
14 “कदाम तु योहोवा क करता पेहली फसलन अनाजन भेट चढ़ावु, ते आपनी पेहली कमायन अनाजन करता आग्ठा मा भुंजली निळ्ळी-निळ्ळी उम्बीया , मतलब निळ्ळी-निळ्ळी उम्बीयाक मसळीन निकाळ लेनु, तव अनाज भेंट चढ़ावनु। 15 आरू उका मा तेल नाखनु, आरू उकान उपर लोबान राखनु; तव चा अनाज भेंट हुय जासे। 16 आरू याजक मसळीन निकावलो अन्ना क, आरू तेल क, आरू सब लोबान क फोम करवानेवाळो भाग करीन धोपाड़ दे; त्यो यहोवा क करता वेदी की आग ठरसे।