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माय बाप अरु बच्चा
हे बच्चाहोन प्रभु मे अपना माय बाप का आज्ञाकारी बन किक्यु यो सही हइ. अपना माय अरु बाप को आदर करणु पहिली आज्ञा हइ जेका साथ प्रतीज्ञा भि हइ. कि तरो अच्छो हुये अरु तु जमीन पर भोत दिन जिन्दो रीये.
हे बच्चावाला, अपना बच्चा के त्रास नी दिलानु पन प्रभु कि शिक्षा अरु चेतावनी देते हुये उनको पालन पोषण करणु.
स्वामी अरु दस
हे सेवकहोन जो लोगहोन यो जगत मे तुम्हारा स्वामी हइ, अपना मन की सीधाइ से डरस अरु कापते हुयो, जसो मसीह की वसो हि उनकी भी आज्ञा माननु. इन्सान के प्रसन्न करणवालो का समान दिखन का लिये सेवा मत करणु पर मसीह का सेवक का समान मन से परमेश्वर की इच्छा पर चलनु. अरु वा सेवा होन के इन्सान की नी पन प्रभु के जानीके सच्चा दिल से करणु. किक्यु तुम जानता हुये कि जो कोइ जसो अच्छो काम करीये चाह्ये सेवक हुये चाह्ये स्वतंत्रता, प्रभु से वसो ही मील्हे.
हे स्वामीहोन, तुम भी धमकिहोन देनो छोडी खे उनका साथ वोसो ही व्यवहार करणु. किक्यु तुम जानता हये कि उन को अरु तुम्हारो दोय को स्वामी स्वर्ग मे हइ अरु वे कोय को भाग नी लिये.
वाद विवाद को हथियार
10 येका लिये प्रभु मे अरु ओकी शक्ति का प्रभाव मे बलवान बनानु. 11 परमेश्वर का सब हथियार बाधी लेनु कि तुम सैतान कि युक्तिहोन का सामने खडो र्हेनु सिखनु. 12 क्युकि हमारो यो मल्ल वाद विवाद खुन अरु मास से नी पन प्रधानहोन से, अरु अधिकारीहोन से, अरु यो जगत के अंधारा का शासकहोन से, अरु वा बुरी आत्मीक सेनाहोन से हइ जो बद्दल मे हइ. 13 येका लिये परमेश्वर को सब हथियार बाधीकि ले तुम बुरो दिन मे सामने खे सब खे, अरु सब कुछ पुरो करीखे थामी र्‍हिखे सब.
14 येका लिये सच्ची से अपनी कमंर कसीखे, धार्मीकता की झिल पेनी खे, 15 अरु पाय मे मैल को सुसमाचार कि तैयारी कि जुता पेनी खे. 16 अरु या सब का सात लिखे रुख्यो र्‍हे जेम्मे तुम वा बुरो सब जलते हुयो तीरी खे बुझय सक्हे. 17 अरु उध्दार कि टोपी, अरु आत्मा कि तलवार, जो परमेश्वर को वचन हइ, लि ले. 18 हर टेम अरु हर रंग से आत्मा मे प्रार्थना, अरु प्रार्थना करते र्‍हे. 19 अरु मरा लिये भी कि मेखे बोलन का टेम एसो प्रबल वचन दियो जाह्ये कि मी साहास का सात सुसमाचार को भेद बतय सकू, 20 जेका लिये मी साकल से जकडय हुयो राजदूतहय. अरु यो भी कि मी वोको बारे मे जसो मेखे होनु साहासे बोल्हु.
आखरी अभिवादन
21 तुखिकुस, जो प्रिय भैइ अरु प्रभु मे विश्वासयोग्य सेवक हइ, तुम सब बात बताह्ये कि तुम भी मर दशा जानी कि मी कसो र्‍हियु हइ. 22 उनखे मे ने तुम्हारा पास येका लिये भेज्योस हइ कि तुम मरी दशा खे समजनु, अरु व्हा तुम्हारो मन कि शांती दे.
23 परमेश्वर बाप अरु प्रभु यीशु मसीह की तरप से भैइहोन खे शांती अरु विश्वास सहीत प्रेम मील्हे. 24 जो हमारो प्रभु यीशु मसीह से सच्ची प्रेम रखस हइ, वे सब पर अनुग्रह होतो र्‍हे.