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उद्धार और न्याय के लिये स्तुतिगान
भजन
1 यहोवा के लिये एक नया गीत गाओ,
क्योंकि उसने आश्चर्यकर्म किए हैं!
उसके दाहिने हाथ और पवित्र भुजा ने उसके लिये उद्धार किया है!
2 यहोवा ने अपना किया हुआ उद्धार प्रकाशित किया,
उसने अन्यजातियों की दृष्टि में अपना धर्म प्रगट किया है।
3 उसने इस्राएल के घराने पर की अपनी करुणा
और सच्चाई की सुधि ली,
और पृथ्वी के सब दूर-दूर देशों ने हमारे परमेश्वर का किया हुआ उद्धार देखा है। (लूका 1:54, प्रेरि. 28:28)
4 हे सारी पृथ्वी*सारी पृथ्वी: यह घटना इतनी महत्त्वपूर्ण है कि सब जातियाँ उत्सव मनाएँ। यह विश्वव्यापी उल्लास एवं आनन्द का विषय है। के लोगों, यहोवा का जयजयकार करो;
उत्साहपूर्वक जयजयकार करो, और भजन गाओ! (यशा. 44:23)
5 वीणा बजाकर यहोवा का भजन गाओ,
वीणा बजाकर भजन का स्वर सुनाओ।
6 तुरहियां और नरसिंगे फूँक फूँककर
यहोवा राजा का जयजयकार करो।
7 समुद्र और उसमें की सब वस्तुएँ गरज उठें;
जगत और उसके निवासी महाशब्द करें!
8 नदियाँ तालियाँ बजाएँ;
पहाड़ मिलकर जयजयकार करें।
9 यह यहोवा के सामने हो, क्योंकि वह पृथ्वी का न्याय करने को आनेवाला है।
वह धर्म से जगत का,
और सच्चाई से देश-देश के लोगों का न्याय करेगा। (प्रेरि. 17:31)
*98:4 सारी पृथ्वी: यह घटना इतनी महत्त्वपूर्ण है कि सब जातियाँ उत्सव मनाएँ। यह विश्वव्यापी उल्लास एवं आनन्द का विषय है।