^
इफिसीयो
अभिवादन
सभी इंसान हुन को लाने परमेस्वर कि अपरंमपार किरपा
पोलुस की बिनती
माऊत से जिन्दगी कि तरफ
मसी म एकता
मसी हमारो कोने को पत्थर
सुभसमाचार को सेवक संत पोलुस
मसी को प्यार
मसी को सरीर म एक जुटता
मसी म नयो जीवन
उजेरो कि अवलाद बनो
अदमी अर ओरत
माय-बाप अऊर पोरिया पारी
मालीक अर नऊकर
आत्मा म लड़न का अऊजार
आखरी अभिवादन