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1 पतरस
जीयत आसा खातिर परमेसर के इस्तुति
पबितर बनव
जीयत पथरा अऊ परमेसर के चुने मनखेमन
सासन करइया अऊ मालिकमन के अधीन रहई
घरवाली अऊ घरवाला,
भलई करे म दुख सहई
परमेसर खातिर जिनगी बितई
मसीही होय के कारन दुख सहई
अगुवा अऊ जवान मनखेमन
आखिरी जोहार