तीमुथियुस
के नांव पौलुस के पहिली चिट्ठी
1
में, पौलुस ह हमर उद्धार करइया परमेसर अऊ हमर आसा मसीह यीसू के हुकूम ले मसीह यीसू के प्रेरित अंव,
बिसवास म मोर पक्का बेटा तीमुथियुस, तोला मेंह ये चिट्ठी लिखत हवंव:
हमर ददा परमेसर अऊ हमर परभू मसीह यीसू ले तोला अनुग्रह, दया अऊ सांति मिलत रहय।
कानून के लबरा गुरूमन के बिरोध म चेतउनी
जइसने कि मेंह मकिदुनिया जावत बेरा तोर ले बिनती करे रहेंव कि तें इफिसुस म रहिके ओ कुछू मनखेमन ला हुकूम दे कि ओमन गलत बात झन सिखोवंय, अऊ न ही ओमन कथा-कहानी अऊ अन्तहीन बंसावलीमन म मन लगावंय, जेकर ले बिवाद होथे। अइसने बात ले परमेसर के काम, जऊन ह बिसवास म अधारित हवय, नइं होवय। ये हुकूम के उदेस्य ह मया अय, जऊन ह साफ मन, बने बिबेक अऊ निस्कपट बिसवास ले पईदा होथे। कुछू मनखेमन ये बातमन ले भटकके बेकार के बात म मन लगाय हवंय। ओमन चाहत हवंय कि मनखेमन ओमन ला मूसा के कानून के गुरू के रूप म जानंय, पर ओमन अपनेच बातमन ला नइं समझंय या ओ बात ला नइं जानंय, जेकर बारे म ओमन बहुंत जोर देके गोठियाथें।
हमन जानत हन कि मूसा के कानून ह बने ए, यदि मनखे ह ओकर सही उपयोग करय त। हमन ये घलो जानत हन कि कानून ह बने मनखेमन बर नो हय, पर येह कानून टोरइया, निरंकुस, भक्तिहीन, पापी, अपबितर मनखे अऊ अधरमी, दाई-ददा के हतिया करइया, हतियारा, 10 छिनारी करइया, बेभिचारी, गुलाममन ला बेचइया या बिसोइया, लबरा अऊ लबरा गवाही देवइया अऊ सही उपदेस के बिरोध करइयामन बर अय। 11 एहीच ह परमधन्य परमेसर के महिमामय सुघर संदेस के मुताबिक ए, जऊन ला मोला सऊंपे गे हवय।
पौलुस ऊपर परभू के अनुग्रह
12 मेंह अपन परभू मसीह यीसू के धनबाद करत हंव, जऊन ह मोला ताकत दे हवय अऊ मोला बिसवास के लईक समझके अपन सेवा बर ठहिराय हवय। 13 मेंह तो पहिली ओकर निन्दा करइया, अतियाचारी अऊ ओकर बेजत्ती करइया रहेंव, तभो ले परमेसर के दया मोर ऊपर होईस काबरकि मेंह ये जम्मो ला नासमझी अऊ अबिसवास म करेंव। 14 हमर परभू के अनुग्रह, ओ बिसवास अऊ मया के संग, जऊन ह मसीह यीसू म हवय, मोर ऊपर बहुंत अकन होईस।
15 ये बात सच ए अऊ पूरा माने अऊ बिसवास करे के लईक अय कि मसीह यीसू ह ये संसार म पापीमन के उद्धार करे बर आईस, जेमा सबले बड़े पापी मेंह अंव। 16 पर मोर ऊपर एकरसेति दया होईस कि मोर म, जऊन ह कि सबले बड़े पापी अंव, मसीह यीसू ह अपन पूरा सहनसीलता देखावय, ताकि जऊन मनखेमन मसीह ऊपर बिसवास करहीं अऊ परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पाहीं, ओमन बर मेंह एक नमूना बनंव। 17 सदाकाल के राजा, अबिनासी, अनदेखे, सिरिप एकेच परमेसर के आदर अऊ महिमा जुग-जुग होवत रहय। आमीन।
18 हे बेटा तीमुथियुस, ओ अगम बात के मुताबिक, जऊन ह पहिली तोर बारे म कहे गे रिहिस, मेंह तोला ये हुकूम देवत हंव कि ओकर मुताबिक सही जिनगी म चलत रह, 19 अऊ बिसवास अऊ सही बिबेक म बने रह। कुछू मनखेमन येला नइं मानिन अऊ एकरसेति ओमन के बिसवास ह खतम हो गीस। 20 ओमन म हुमिनयुस अऊ सिकन्दर अंय, जेमन ला मेंह सैतान ला सऊंप दे हवंव, ताकि ओमन सीखंय अऊ परमेसर के निन्दा झन करंय।