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एक बिलापगीत अऊ पछताप करे बर बुलावा
हे इसरायल, ये बचन ला सुन, तोर बारे म मेंह ये बिलापगीत सुनावत हंव:
“कुंवारी इसरायल ह गिर गे हे,
ओह फेर कभू नइं उठय,
ओला ओकर खुद के देस म तियाग दिये गे हे,
अऊ ओला उठइया कोनो नइं एं।”
परमपरधान यहोवा ह इसरायल ले ये कहत हे:
“तोर सहर, जेमा ले एक हजार बीर योद्धा निकलथें
ओमा सिरिप एक सौ ही बांचहीं;
तोर नगर, जेमा ले एक सौ बीर निकलथें
ओमा सिरिप दस झन ही बांचहीं।”
यहोवा ह इसरायल ले ये कहत हे:
“मोला खोजव अऊ जीयत रहव;
बेतेल ला झन खोजव,
गिलगाल झन जावव,
बेरसेबा के यातरा झन करव;
काबरकि गिलगाल ह जरूर बंधुवई म जाही,
अऊ बेतेल ह सुनसान हो जाही,”
यहोवा ला खोजव अऊ जीयत रहव,
नइं तो ओह यूसुफ के गोत्र ऊपर आगी सहीं भड़कही;
येह ओमन ला भसम कर दीही,
अऊ बेतेल म ओ आगी ला बुतइया कोनो नइं होहीं।
 
अइसन मनखेमन हवंय, जेमन नियाय ला करूवाहट म बदल देथें,
अऊ धरमीपन ला माटी म मिला देथें।
 
जऊन ह नछत्र-पुंज अऊ मिरगासिरा ला बनाईस,
जऊन ह मंझ रथिया ला बिहनियां म
अऊ दिन ला रथिया म बदल देथे,
जऊन ह महासागर के पानी ला बलाथे
अऊ ओला भुइयां ऊपर गिरा देथे—
ओकर नांव यहोवा अय।
ओह किला ला मिटकी मारते ही नास कर देथे
अऊ गढ़वाले सहर ला खंडहर कर देथे।
 
10 अइसन मनखेमन हवंय, जेमन अदालत म नियाय पसंद करइयामन ले घिन करथें
अऊ सच बात कहइयामन ले घलो घिन करथें।
 
11 तुमन गरीबमन ले भूंसा बर घलो चुंगी लेथव
अऊ ओमन के अनाज ऊपर घलो कर लगाथव।
एकरसेति, हालाकि तुमन पथरा के महल बनाय हव,
पर तुमन ओमा नइं रहे बर पाहू;
हालाकि तुमन रसीला अंगूर के बारी लगाय हव,
पर तुमन ओमन के मंद नइं पीये सकहू।
12 काबरकि मेंह जानत हंव कि तुम्हर अपराध कतेक जादा हवय
अऊ तुम्हर पापमन कतेक बड़े हवंय।
 
अइसन मनखे हवंय, जेमन निरदोस ऊपर अतियाचार करथें अऊ घूस लेथें
अऊ अदालत म गरीबमन के नियाय ला बिगाड़थें।
13 एकरसेति, अइसन समय म समझदार ह चुप रहय,
काबरकि समय ह खराप हवय।
 
14 बुरई के नइं, पर भलई के खोज करव,
ताकि तुमन जीयत रहव।
तभे यहोवा सर्वसक्तिमान परमेसर ह तुम्हर संग रहिही,
जइसन कि तुमन कहिथव कि ओह तुम्हर संग हवय।
15 बुरई ले घिन करव, अऊ भलई ले मया;
कचहरी म नियाय ला बनाय रखव।
सायद यहोवा सर्वसक्तिमान परमेसर ह
यूसुफ के बांचे मनखेमन ऊपर दया करय।
16 एकरे बर परभू, यहोवा, सर्वसक्तिमान परमेसर ह ये कहत हे:
“सब गलीमन म बिलाप करे जाही
अऊ सबो चऊकमन म दुख अऊ पीरा के अवाज सुनई दीही।
किसानमन ला रोय बर
अऊ बिलाप करइयामन ला बिलाप करे बर बलाय जाही।
17 अंगूर के सब बारीमन म बिलाप होही,
काबरकि ओ बेरा मेंह तुम्हर बीच ले होके जाहूं,”
यहोवा ह कहत हे।
यहोवा के दिन
18 हाय तुम्हर ऊपर,
जऊन मन यहोवा के दिन*या यहोवा के नियाय के दिन के ईछा करथव!
तुमन काबर यहोवा के दिन के ईछा करथव?
ओह अंधियार के दिन होही, अंजोर के नइं।
19 ओ दिन ह अइसन होही मानो कोनो मनखे ह सिंह ले बांचे बर भागथे
अऊ ओकर सामना भालू ले हो जाथे,
या ओह घर के भीतर जाथे
अऊ अराम बर भीथी ऊपर हांथ मढ़ाथे अऊ सांप ह ओला चाब देथे।
20 का यहोवा के दिन ह अंजोर के बदले अंधियार के नइं होही—
बिरबिट अंधियार, एकोकनी अंजोर नइं?
 
21 “मेंह घिन करथंव, मेंह तुम्हर धारमिक तिहारमन ला तुछ समझथंव;
तुम्हर सभामन मोर बर बदबू सहीं अंय।
22 भले ही तुमन मोर बर होम-बलिदान अऊ अन्न-बलिदान लानव,
पर मेंह ओमन ला गरहन नइं करंव।
भले ही तुमन मनपसंद मेल-बलिदान लानव,
पर मेंह ओमन के आदर नइं करंव।
23 अपन गीतमन के कंझट ला मोर ले दूरिहा रखव!
मेंह तुम्हर बीना के संगीत ला नइं सुनंव।
24 पर नियाय ला नदी कस,
अऊ धरमीपन ला कभू नइं सूखइया सोता सहीं बोहावन दव!
 
25 “हे इसरायल के मनखेमन, निरजन जगह म चालीस साल तक
का तुमन मोर बर बलिदान अऊ भेंट लानेव?
26 तुमन अपन राजा के देव-स्थल,
अपन मूरतीमन के गोड़ के पीढ़ा,
अपन देवता के तारा ला हांथ म उठाय हव—
जऊन मन ला तुमन खुद अपन बर बनाय हवव।
27 एकरसेति मेंह तुमन ला दमिस्क नगर ले बाहिर बंधुवई म पठो दूहूं,”
यहोवा ह ये कहत हे, जेकर नांव सर्वसक्तिमान परमेसर अय।

*5:18 या यहोवा के नियाय के दिन