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मिसर अऊ कूस के बिरूध अगमबानी
1 जऊन बछर अस्सूर के राजा सरगोन अपन परधान सेनापति ला भेजिस अऊ ओह असदोद म आके ओकर ऊपर हमला करिस अऊ असदोद ला अपन अधिकार म ले लीस— 2 ओही बछर यहोवा ह आमोस के बेटा यसायाह के दुवारा कहिस, “जा अऊ अपन कनिहां ले टाट के ओनहा ला उतार अऊ अपन गोड़ ले जूता ला उतार।” अऊ ओह वइसने ही करिस, ओह नंगरा अऊ खाली गोड़ घुमे-फिरे लगिस।
3 तब यहोवा ह कहिस, “जइसन मोर दास यसायाह ह तीन बछर ले नंगरा होके खाली गोड़ रेंगत रिहिस, कि मिसर अऊ कूस बर एक चिनहां अऊ अपसकुन होवय, 4 वइसन अस्सूर के राजा ह मिसर अऊ कूस के मनखेमन ला कैदी बनाके देस निकाला करही; का जवान का सियान, सबो ला कैदी बनाके नंगरा अऊ खाली गोड़ अऊ कुल्हा खुल्ला करके कैद म ले जाही, ताकि मिसर के बेजत्ती होवय। 5 जेमन कूस ऊपर भरोसा करिन अऊ मिसर ऊपर घमंड करिन, ओमन भयभीत होहीं अऊ ओमन के बेजत्ती होही। 6 ओ दिन म ये समुंदर तीर म रहइया मनखेमन कहिहीं, ‘देखव, जेमन ऊपर हमन भरोसा करत रहेंन अऊ जेमन करा हमन मदद बर अऊ अस्सूर के राजा ले बांचे बर भागके गेंन, ओमन के का होय हवय! त फेर हमन कइसे बच सकत हन?’ ”