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यरूसलेम के बिरूध अगमबानी
दरसन के घाटी*संभवतः यरूसलेम के बिरूध अगमबानी:
तुम्हर अब का समस्या हे
कि तुमन जम्मो के जम्मो छानी ऊपर चढ़ गे हव,
हे हाहाकार अऊ उधम ले भरे नगर,
हे कोलाहल अऊ उपदरव के सहर?
तुम्हर मारे गय मनखेमन तलवार ले नइं मारे गे हवंय,
न ही ओमन लड़ई म मारे गे हवंय।
तुम्हर जम्मो अगुवामन एक संग भाग गे हवंय;
बिगर धनुस के उपयोग करे ही ओमन ला बंदी बना लिये गे हवय।
ओ जम्मो जेमन पकड़े गीन, ओमन ला एक संग बंदी बना लिये गीस,
जबकि ओमन के भागत बेरा बईरी ह दूरिहा म रिहिस।
एकरसेति मेंह कहेंव, “मोर ले मुहूं फेर लव;
मोला फूट-फूटके रोवन दव।
मोर मनखेमन के बिनास ऊपर
मोला सांति देय के कोसिस झन करव।”
 
काबरकि परभू, सर्वसक्तिमान यहोवा के एक दिन हवय,
जब दरसन के घाटी म हाहाकार
अऊ रऊंदई अऊ आतंक होही,
दीवारमन ला टोरके गिराय जाही
अऊ पहाड़मन करा रोये जाही।
एलाम ह अपन सारथी अऊ घोड़ामन के संग
तरकस ला लेथे;
कीर सहर ह ढाल ला खोलथे।
तोर मनपसंद घाटीमन रथमन ले भरे हवंय,
अऊ घुड़सवारमन सहर के दुवारमन म ठहिराय गे हवंय।
 
परभू ह यहूदा के सुरकछा ला हटा दीस,
अऊ ओ दिन तेंह जंगल के महल के
हथियारमन ला देखे।
तेंह देखे कि दाऊद के सहर के दीवारमन
बहुंत जगह टूट गे रिहिन;
तेंह खाल्हे के पोखरी म
पानी ला इकट्ठा करे।
10 तेंह यरूसलेम म भवनमन के गनती करे
अऊ दीवार ला मजबूत करे बर घरमन ला टोरके गिरा देय।
11 जुन्ना पोखरी के पानी बर
तेंह दू ठन दीवार के बीच एक बांध बनवाय,
पर तें ओकर ऊपर धियान नइं देय, जऊन ह येला बनाईस,
या ओकर आदर नइं करे, जऊन ह बहुंत पहिले येकर योजना बनाय रिहिस।
 
12 परभू, सर्वसक्तिमान यहोवा ह
ओ दिन तोला रोये अऊ बिलाप करे बर,
अपन बाल नोचे बर
अऊ बोरा के ओनहा पहिरे बर बलाईस।
13 पर देख, उहां आनंद अऊ खुसी मनाय जावत हे,
गरूवा-बईलामन ला काटे अऊ भेड़-बकरी के बध करे जावत हे,
मांस खाय अऊ अंगूर के मंद पीये जावत हे!
तेंह कहिथस, “आवव, हमन खावन अऊ पीयन,
काबरकि कल तो हमन ला मरना हे!”
14 सर्वसक्तिमान यहोवा ह मोर सुनत म ये परगट करे हवय: “तुम्हर मिरतू के दिन तक ये पाप ह छेमा नइं करे जावय,” परभू, सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहत हे।
 
15 परभू सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे:
“जावव, ये परबंधक,
महल के अधिकारी सेबना ला कहव:
16 तेंह इहां का करत हस अऊ तोला कोन ह अनुमति दीस
कि तेंह इहां अपन बर एक कबर खनवात हस,
ऊंचहा जगह म अपन कबर बनवात हस
अऊ चट्टान ला काटके अपन अराम के जगह ला बनवात हस?
 
17 “हे बलवान मनखे, सावधान रह,
यहोवा तोला जोर से धरके दूरिहा फेंकनेचवाला हे।
18 ओह तोला गेंद कस बने करके लपेटही
अऊ एक बड़े देस म फेंक दीही।
उहां तें मर जाबे
अऊ जऊन रथमन ऊपर तोला बहुंत घमंड रिहिस
उहां ओ रथमन तोर मालिक के घर बर एक कलंक हो जाहीं।
19 मेंह तोला तोर जगह ले हटा दूहूं,
अऊ तोला तोर पद ले निकाल दिये जाही।
20 “ओ दिन मेंह हिलकियाह के बेटा अपन दास, एलयाकीम ला बुलवाहूं। 21 मेंह ओला तोर अंगरखा पहिराहूं अऊ ओकर कनिहां म तोर कटिबंध ला बांधहूं अऊ तोर अधिकार ओकर हांथ म कर दूहूं। ओह यरूसलेम म रहइया अऊ यहूदा के मनखेमन बर एक ददा के सहीं ठहिरही। 22 में दाऊद के घराना के कुची ओकर कंधा म मढ़ाहूं; ओह जेला खोलही, ओला कोनो बंद नइं कर सकहीं, अऊ जेला ओह बंद करही, ओला कोनो खोल नइं सकहीं। 23 में ओला ठोस जगह म खूंटी सहीं गड़ियाहूं; ओह अपन ददा के घराना बर आदर के एक आसनया सिंघासन बन जाही। 24 ओकर परिवार के पूरा महिमा ओकर ऊपर होही: येकर बंस अऊ संतानमन—येकर जम्मो छोटे-छोटे बरतन, कटोरामन ले लेके जम्मो सुराहीमन ओकर ऊपर टंगाहीं।
25 “ओ दिन म,” सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे, “जऊन खूंटी ला ठोस जगह म गड़ियाय गे रिहिस, ओह ढीला हो जाही; येला काटके गिरा दिये जाही, अऊ ओकर ऊपर टंगे बोझा ला काटके गिरा दिये जाही।” यहोवा ह कहे हवय।

*22:1 संभवतः यरूसलेम

22:23 या सिंघासन