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दूसरमन बर उद्धार
यहोवा ह ये कहत हे:
“नियाय ला बनाय रखव
अऊ ओ काम करव, जऊन ह सही ए,
काबरकि में जल्दी ही तुम्हर उद्धार करहूं,
अऊ मोर धरमीपन ह जल्दी परगट होही।
धइन ए ओ मनखे, जऊन ह ये करथे—
ओ मनखे, जऊन ह येमा अटल रहिथे,
जऊन ह येकर धियान रखथे कि बिसराम दिन ह अपबितर झन होवय,
अऊ अपन हांथ ला कोनो घलो बुरई के काम करे ले रोकथे।”
 
जऊन परदेसी ह यहोवा ले जुड़े हवय, ओह ये झन कहय,
“यहोवा ह मोला अपन मनखेमन ले जरूर अलग कर दीही।”
अऊ कोनो कोचिया*या हिजड़ा ये सिकायत झन करय,
“मेंह तो सिरिप एक सूखा रूख अंव।”
काबरकि यहोवा ह ये कहत हे:
“ओ कोचियामन, जेमन मोर बिसराम दिन ला मानथें,
जेमन ओ चीज ला चुनथें, जऊन ह मोला बने लगथे
अऊ मोर करार म मजबूती से बने रहिथें—
ओमन ला में अपन मंदिर अऊ येकर भीथीमन के भीतर
एक स्मारक अऊ एक नांव दूहूं
जऊन ह बेटा अऊ बेटीमन ले कहीं उत्तम होही;
मेंह ओमन ला सदाकाल के एक नांव दूहूं
जऊन ह हमेसा बने रहिही।
अऊ परदेसी, जेमन अपनआप ला यहोवा ले जोड़े रखथें
ताकि ओकर सेवा-टहल करंय,
यहोवा के नांव ले मया रखंय,
अऊ ओकर सेवक बनंय,
ओ जम्मो जेमन धियान रखथें कि बिसराम दिन ह अपबितर झन होवय
अऊ जेमन मोर करार म मजबूती से बने रहिथें—
ओमन ला में अपन पबितर पहाड़ म लानहूं
अऊ ओमन ला पराथना के मोर घर म आनंदित करहूं।
ओमन के होम-बलिदान अऊ मेल-बलिदान
मोर बेदी ऊपर गरहन करे जाहीं;
काबरकि मोर भवन ह जम्मो जाति के मनखेमन बर
पराथना के घर कहे जाही।”
परमपरधान यहोवा ह घोसना करत हे—
जऊन ह इसरायल ले निकाले गय मनखेमन ला इकट्ठा करथे:
“जेमन इकट्ठा करे गे हवंय
ओमन के संग मेंह आने मन ला घलो इकट्ठा करके मिला दूहूं।”
दुस्टमन के बिरूध परमेसर के चेतउनी
हे मैदान के जम्मो पसुमन, आवव,
हे जंगल के जम्मो पसुमन, आवव अऊ खावव!
10 इसरायल के पहरेदारमन अंधवा अंय,
ओ जम्मो म गियान के कमी हवय;
ओमन सब के सब कोंदा कुकुर अंय,
जेमन भूंके नइं सकंय;
ओमन पड़े रहिथें अऊ सपना देखथें,
ओमन ला नींद बहुंत बने लगथे।
11 ओमन बहुंत खानेवाला कुकुर अंय;
ओमन के पेट कभू नइं भरय।
ओमन अइसन चरवाहा अंय, जेमन म समझ नइं ए;
ओमन जम्मो अपन खुद के डहार म चलथें,
ओमन अपन खुद के फायदा ला देखथें।
12 ओमा के हर एक ह चिचियाके कहिथे, “आवव, में अंगूर के मंद लेके आवत हंव!
आवव, हमन छकके मंद पीयन!
अऊ कल के दिन घलो आज के सहीं होही,
या येकर ले घलो बेहतर होही।”
 
 

*56:3 या हिजड़ा