*इबरानी म 22:1‑31 ला 22:2‑32 गने गे हवय
भजन-संहिता 22
संगीत के निरदेसक बर। “बिहनियां के मादा हिरन” के धुन म दाऊद के एक भजन।
हे मोर परमेसर, हे मोर परमेसर, तेंह मोला काबर तियाग दे हस?
तेंह मोर बचाव काबर नइं करत हस?
मोर पीरा के गोहार ला काबर नइं सुनत हस?
हे मोर परमेसर, मेंह दिन म गोहारथंव, पर तेंह जबाब नइं देवस,
रथिया घलो, मोला अराम नइं मिलय।
 
पर तेंह पबितर परमेसर के रूप म बिराजमान हस;
तेंह ओ अस, जेकर परसंसा इसरायल करथे।
तोर ऊपर ही हमर पुरखामन भरोसा करिन;
ओमन भरोसा करिन अऊ तेंह ओमन ला छोंड़ाय।
तोर ले ओमन गोहारिन अऊ ओमन बचाय गीन;
तोर ऊपर ओमन भरोसा करिन अऊ ओमन लज्जा म नइं पड़िन।
 
पर में तो एक कीरा अंव, मनखे नइं,
हर एक जन मोला अपमानित करथें, मनखेमन मोला तुछ समझथें।
ओ जम्मो झन, जेमन मोला देखथें, ओमन मोर हंसी उड़ाथें;
ओमन अपन मुड़ हला-हलाके मोर बेजत्ती करथें।
ओमन कहिथें, “ओह यहोवा ऊपर भरोसा करथे,
यहोवा ह ओला बचावय।
जब ओह यहोवा म खुस रहिथे,
त ओही ह ओला छोंड़ावय।”
 
तभो ले तेंह मोला गरभ ले बाहिर लानय,
जब मेंह दूध पीयत लइका रहेंव, तब ले तेंह मोला तोर ऊपर भरोसा करे बर सिखोय हस।
10 जनम ले ही मोला तोर देखरेख म छोंड़ दिये गीस;
जब मेंह मोर दाई के गरभ म रहेंव, तब ले ही तेंह मोर परमेसर अस।
 
11 मोर ले दूरिहा झन रह,
काबरकि समस्या ह लकठा म हवय
अऊ कोनो मदद करइया नइं ए,
 
12 बहुंत अकन सांड़मन मोला घेरत हवंय;
बासान देस के बलवान सांड़मन मोला चारों कोति ले घेरत हवंय।
13 गरजत सिंह, जेमन अपन सिकार ला फाड़ डालथें,
ओमन मोर बिरोध म अपन मुहूं खोलत हवंय।
14 मेंह पानी कस ढारे जावत हंव,
अऊ मोर जम्मो हाड़ामन अपन जोड़ ले खिसक गे हवंय।
मोर हिरदय ह मोम कस हो गे हवय;
येह मोर भीतर म ही टघल गे हवय।
15 मोर मुहूं ह माटी के टूटे बरतन सहीं सूखा गे हवय,
अऊ मोर जीभ ह मोर तालू म चिपकत हे,
तेंह मोला मिरतू के माटी म लेटाथस।
 
16 कुकुरमन मोला घेरत हें,
दुस्ट मनखेमन के एक दल ह मोला चारों कोति ले घेरत हे;
ओमन मोर हांथ अऊ गोड़मन ला छेदत हवंय।
17 मोर जम्मो हाड़ामन दिखत हवंय;
मनखेमन मोला घूरथें अऊ गंदा नजर ले देखथें।
18 ओमन मोर ओनहा ला आपस म बांट लेथंय
अऊ मोर कुरता बर चिट्ठी निकालथें।
 
19 पर हे यहोवा, तेंह मोर ले दूरिहा झन रह।
तेंह मोर ताकत अस; मोर मदद करे बर जल्दी आ।
20 मोर जिनगी ला तलवार ले बचा,
मोर बहुमोल जिनगी ला कुकुरमन के सक्ति ले बचा।
21 सिंहमन के मुहूं ले मोला बचा;
जंगली बईलामन के सींग ले मोला बचा।
 
22 मेंह अपन भाईमन के आघू म तोर नांव के परचार करहूं;
सभा के बीच म, मेंह तोर परसंसा करहूं।
23 हे यहोवा के भय मनइयामन, ओकर परसंसा करव!
हे याकूब के जम्मो संतानमन, ओकर आदर करव!
हे इसरायल के जम्मो संतानमन, ओकर सम्मान करव!
24 काबरकि ओह दुख म परे मनखे ला तुछ नइं समझे हे
या ओला छोंड़ नइं दे हे;
ओह ओकर ले अपन मुहूं नइं छुपाय हवय
पर मदद बर ओकर गोहार ला सुने हवय।
 
25 बड़े सभा म तोर परसंसा के बिसय तोरेच करा ले आथे;
जऊन मन तोर भय मानथें, ओमन के आघू म मेंह अपन मन्नत ला पूरा करहूं।
26 गरीबमन खाहीं अऊ संतुस्ट हो जाहीं;
जऊन मन यहोवा ला खोजथें, ओमन ओकर परसंसा करहीं—
तुम्हर परान हमेसा जीयत रहय!
 
27 धरती के जम्मो छोर तक मनखेमन यहोवा ला
सुरता करहीं अऊ ओकर कोति फिरहीं,
अऊ जाति-जाति के जम्मो परिवारमन
ओकर आघू म दंडवत करहीं।
28 काबरकि राज ह यहोवा के ही अय
अऊ जाति-जाति के मनखेमन ऊपर ओहीच ह राज करथे।
 
29 धरती के जम्मो धनवानमन भोज खाहीं अऊ ओकर अराधना करहीं;
ओ जम्मो जऊन मन धुर्रा म मिल जाथें, ओमन ओकर आघू म माड़ी टेकहीं—
ओ मनखे, जऊन मन अपनआप ला जीयत नइं रख सकंय।
30 अवइया पीढ़ी के मनखेमन ओकर सेवा करहीं;
अवइया पीढ़ी के मनखेमन ला परभू के बारे बताय जाही।
31 ओमन ओकर धरमीपन के बखान करहीं,
ओ मनखेमन के आघू म बखान करहीं, जेमन अभी जनमे नइं अंय:
ओह येला करे हवय!

*^ इबरानी म 22:1‑31 ला 22:2‑32 गने गे हवय