*इबरानी म 30:1‑12 ला 30:2‑13 गने गे हवय
भजन-संहिता 30
मंदिरया महल के समरपन बर दाऊद के एक भजन। एक गीत।
हे यहोवा, मेंह तोर बहुंत परसंसा करहूं,
काबरकि तेंह मोला खंचवा ले ऊपर निकाले हस
अऊ मोर बईरीमन ला मोर ऊपर आनंद करे बर नइं दे हस।
हे यहोवा मोर परमेसर, मेंह तोला मदद बर पुकारेंव,
अऊ तेंह मोला चंगा करय।
हे यहोवा, तेंह मोला मिरतू-लोक ले निकाले हस;
तेंह मोला खाल्हे खंचवा म जाय ले बचाय हस।
 
हे यहोवा के बिसवासयोग्य मनखेमन, तुमन ओकर महिमा के गीत गावव;
ओकर पबितर नांव के परसंसा करव।
काबरकि ओकर गुस्सा छीन भर के होथे,
पर ओकर किरपा ह जिनगी भर रहिथे;
रोवई ह रथिया भर रह सकथे,
पर आनंद के समय ह बिहनियां आथे।
 
जब मेंह सुरकछित महसूस करेंव, त मेंह अपनआप ला कहेंव,
“मेंह कभूच नइं डोलंव।”
हे यहोवा, जब तेंह मोर ऊपर किरपा करय,
त तेंह मोर साही पहाड़सियोन पहाड़ ला मजबूती से खड़े करय;
पर जब तेंह अपन चेहरा ला छिपा लेय,
त मेंह डर गेंव।
 
हे यहोवा, तोला मेंह पुकारेंव;
परभू ला मेंह दया बर गोहारेंव:
“का फायदा होही यदि मेंह मर जावंव त,
यदि मेंह खाल्हे कबर म चले जावंव त?
का माटी ह तोर महिमा करही?
का येह तोर बिसवासयोग्यता के बखान करही?
10 हे यहोवा, मोर बात ला सुन, अऊ मोर ऊपर दया कर;
हे यहोवा, मोर मदद कर।”
 
11 तेंह मोर बिलाप करई ला नचई म बदल दे हस;
तेंह मोर दुख के कपड़ा ला हटाके मोला आनंद के कपड़ा पहिराय हस,
12 ताकि मोर मन ह तोर महिमा के गीत गावय अऊ चुप झन रहय।
हे यहोवा मोर परमेसर, मेंह हमेसा तोर परसंसा करहूं।

*^ इबरानी म 30:1‑12 ला 30:2‑13 गने गे हवय

^ या महल

भजन-संहिता 30:7 सियोन पहाड़