*इबरानी म 31:1‑24 ला 31:2‑25 गने गे हवय
भजन-संहिता 31
संगीत के निरदेसक बर दाऊद के एक भजन।
हे यहोवा, मेंह तोर सरन म हंव;
मोला कभू लज्जित झन होवन दे;
अपन धरमीपन के कारन मोला छुड़ा ले।
मोर कोति अपन कान लगा,
अऊ मोला बचाय बर जल्दी आ;
मोर सरन के चट्टान बन,
अऊ मोला बचाय बर एक मजबूत गढ़ बन जा।
जब तेंह मोर चट्टान अऊ मोर गढ़ अस,
त अपन नांव के खातिर मोर अगुवई कर अऊ मोला डहार देखा।
मोर बर लगाय गे फांदा ले मोला बचा ले,
काबरकि तेंह मोर सरन लेय के जगह अस।
तोर हांथ म मेंह अपन आतमा ला सऊंपत हवंव;
हे यहोवा, मोर बिसवासयोग्य परमेसर, मोला छोंड़ा ले।
 
मेंह ओमन ले घिन करथंव, जऊन मन बेकार के मूरतीमन म मन लगाय रहिथें;
जहां तक मोर बात ए, मेंह यहोवा के ऊपर भरोसा करथंव।
मेंह खुस होहूं अऊ तोर मया म आनंद मनाहूं,
काबरकि तेंह मोर दुख ला देखे हस
अऊ मोर आतमा के पीरा ला जाने हस।
तेंह मोला बईरीमन के हांथ म नइं दे हस
पर मोर गोड़ ला चाकर जगह म मढ़ाय हस।
 
हे यहोवा, मोर ऊपर दया कर,
काबरकि मेंह दुख-तकलीफ म हवंव;
दुख के मारे मोर आंखी, मोर जीव
अऊ मोर देहें ह कमजोर होवत हे।
10 मोर जिनगी ह दुख-पीरा
अऊ जम्मो बछरमन कलहरत-कलहरत खतम होवथें;
मोर दुखया दोस के कारन मोर ताकत ह कम होवथे,
अऊ मोर हाड़ामन कमजोर होवत हें।
11 मोर जम्मो बईरीमन के कारन,
मेंह मोर परोसीमन के बहुंत अपमान के बिसय
अऊ मोर नजदीकी संगवारीमन बर एक डर के बिसय हो गे हवंव—
जऊन मन मोला सड़क म देखथें, ओमन मोर ले दूरिहा भागथें।
12 मरे मनखे के सहीं मोला भुला दिये गे हवय;
मेंह माटी के टूटहा-फूटहा बरतन सहीं हो गे हवंव।
13 मेंह सुनत हंव कि बहुंते जन ये कानाफूसी करत हंय,
“आतंक ह जम्मो कोति हवय!”
ओमन मोर बिरूध गोस्टी करथें
अऊ मोर परान लेय के योजना बनाथें।
 
14 पर हे यहोवा, मेंह तोर ऊपर भरोसा करथंव;
मेंह कहिथंव, “तेंह मोर परमेसर अस।”
15 मोर जिनगी ह तोर हांथ म हवय;
मोला मोर बईरीमन के हांथ ले,
मोर पीछा करइयामन के हांथ ले छुड़ा।
16 तोर सेवक के ऊपर तोर मुहूं के अंजोर चमकय;
अपन बहुंत मया के कारन मोर उद्धार कर।
17 हे यहोवा, मोला लज्जित झन होवन दे,
काबरकि मेंह तोर करा गोहारे हंव;
पर दुस्ट मनखे ह लज्जित होवय
अऊ मिरतू-लोक म चुप रहय।
18 ओमन के लबारी बात कहइया मुहूं ह बंद हो जावय,
काबरकि घमंड अऊ अपमान के संग
ओमन धरमीमन के बिरूध बड़े अभिमान से गोठियाथें।
 
19 कतेक जादा हवंय बने-बने चीजमन,
जेला तेंह ओमन बर कुढ़ोके रखे हस, जेमन तोर भय मानथें,
ताकि तेंह येला जम्मो के देखत म
ओमन ला दे, जेमन तोर सरन म आथें।
20 अपन उपस्थिति के आसरय म तेंह ओमन ला
मनखेमन के जम्मो सडयंत्र ले छुपा लेथस;
तेंह ओमन ला अपन निवास म
दोस लगइयामन ले बचाके रखथस।
 
21 यहोवा के परसंसा होवय,
काबरकि जब मेंह बईरीमन ले घेराय एक सहर म रहेंव,
त ओह मोला अपन अद्भूत मया देखाईस।
22 घबराहट म मेंह कहेंव,
“मेंह तोर नजर ले दूरिहा हो गे हवंव!”
तभो ले जब मेंह तोला मदद बर पुकारेंव,
त तेंह मोर दया के गोहार ला सुनय।
 
23 हे ओकर जम्मो बिसवासयोग्य मनखेमन, यहोवा ले मया करव!
यहोवा ह ओमन ला सुरकछित रखथे, जऊन मन ओकर बर ईमानदार रहिथें,
पर घमंडी मनखे ले ओह पूरा बदला लेथे।
24 हे यहोवा ऊपर आसा रखइया जम्मो मनखेमन,
मजबूत बनव अऊ धीरज धरे रहव।

*^ इबरानी म 31:1‑24 ला 31:2‑25 गने गे हवय

भजन-संहिता 31:10 या दोस