*इबरानी म 76:1‑12 ला 76:2‑13 गने गे हवय
भजन-संहिता 76
संगीत के निरदेसक बर। तारवाले बाजामन के संग आसाप के एक भजन। एक गीत।
यहूदा म परमेसर ह प्रसिद्ध हे;
इसरायल म ओकर नांव ह महान ए।
सालेमया यरूसलेम म ओकर डेरा हवय,
अऊ सियोन म ओकर निवास स्थान।
उहां ओह चमचमात तीर, ढाल अऊ तलवार,
याने कि लड़ई के हथियारमन ला टोर दीस।इहां अऊ पद 9 के आखिरी म इबरानी म सेला हवय, जेकर सही मतलब मालूम नइं ए
 
तेंह अंजोर ले चमकत हस,
सिकार ले भरे पहाड़मन ले जादा सानदार अस।
हिम्मती मनखेमन लूट लिये गीन,
ओमन अपन मिरतू के नींद म हवंय;
योद्धामन ले एको झन घलो
अपन हांथ नइं चला सकंय।
हे याकूब के परमेसर, तोर डांट के कारन,
घोड़ा अऊ रथ दूनों खड़े हवंय।
 
येह सिरिप तेंहीच अस, जेकर भय माने जावय।
जब तेंह गुस्सा करथस, त तोर आघू म कोन ह ठाढ़ हो सकथे?
स्वरग ले तेंह नियाय के घोसना करय,
अऊ देस के मनखेमन डरके चुप हो गीन—
हे परमेसर, जब तेंह देस के दुख म परे जम्मो मनखेमन के
नियाय करे बर अऊ ओमन ला बचाय बर उठय।
10 खचित मानव-जाति के बिरूध तोर कोप ह तोर परसंसा के कारन बनथे,
अऊ तोर कोप ले बचे मनखेमन काबू म रहिथें।
 
11 यहोवा अपन परमेसर बर मन्नत मानव अऊ ओला पूरा करव;
आसपास के जम्मो देस के मनखेमन परमेसर करा भेंट लेके आवंय
जऊन ह भय माने के योग्य अय।
12 ओह सासन करइयामन के उत्साह ला टोर देथे;
धरती के राजामन ओकर भय मानथें।

*^ इबरानी म 76:1‑12 ला 76:2‑13 गने गे हवय

भजन-संहिता 76:2 या यरूसलेम

भजन-संहिता 76:3 इहां अऊ पद 9 के आखिरी म इबरानी म सेला हवय, जेकर सही मतलब मालूम नइं ए