भजन-संहिता 111
यहोवा के परसंसा करव।*इबरानी म हलिलूयाह
 
मेंह सीधवा मनखेमन के मंडली म अऊ सभा म
अपन पूरा मन से यहोवा के परसंसा करहूं।
 
यहोवा के काममन महान एं;
जऊन मन ओ काममन ले खुस होथें, ओमन ओ काममन के ऊपर बिचार करथें।
ओकर काममन महिमामय अऊ सानदार अंय,
अऊ ओकर धरमीपन हमेसा बने रहिथे।
ओह अपन अद्भूत काममन के सुरता कराय हवय;
यहोवा ह अनुग्रहकारी अऊ दयालु अय।
ओह ओमन ला जेवन देथे, जेमन ओकर भय मानथें;
ओह अपन करार ला हमेसा सुरता रखथे।
 
ओह दिगर जाति के मनखेमन के भुइयां अपन मनखेमन ला देके
अपन काम के सक्ति ला देखाय हवय।
ओकर हांथ के काममन बिसवासयोग्य अऊ नियाय के अंय;
ओकर जम्मो नियममन बिसवासयोग्य अंय।
ओमन सदा-सर्वदा अटल रहिहीं,
ये कानूनमन बिसवासयोग्यता अऊ ईमानदारी से बनाय गे हवंय।
ओह अपन मनखेमन ला पाप ले छुटकारा दे हवय;
ओह अपन करार ला हमेसा बर ठहिराय हवय—
ओकर नांव पबितर अऊ अद्भूत अय।
 
10 यहोवा के भय मनई बुद्धि के सुरूआत ए;
ओ जम्मो, जऊन मन ओकर नियममन ला मानथें, ओमन अपन म सही समझ रखथें।
ओकर महिमा सदाकाल तक होवत रहय।

*भजन-संहिता 111:1 इबरानी म हलिलूयाह