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 1 ऐ अहले ज़मीन, सब ख़ुदावन्द के सामने ख़ुशी का ना'रा मारो!   
 2 ख़ुशी से ख़ुदावन्द की इबादत करो!  
गाते हुए उसके सामने हाज़िर हों!   
 3 जान रखों ख़ुदावन्द ही ख़ुदा है!  
उसी ने हम को बनाया और हम उसी के है;  
हम उसके लोग और उसकी चरागाह की भेड़े हैं।   
 4 शुक्रगुज़ारी करते हुए उसके फाटकों में  
और हम्द करते हुए उसकी बारगाहों में दाख़िल हो;  
उसका शुक्र करो और उसके नाम को मुबारक कहो!   
 5 क्यूँकि ख़ुदावन्द भला है, उसकी शफ़क़त हमेशा की है,  
और उसकी वफ़ादारी नसल दर नसल रहती है।