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दानियाल
दानियाल और उसके दोस्त शाहे-बाबल के दरबार में
नबूकदनज़्ज़र का ख़ाब
सोने के बुत की पूजा करने का हुक्म
नबूकदनज़्ज़र के दूसरे ख़ाब की ताबीर
बेलशज़्ज़र की ज़ियाफ़त
दानियाल शेरबबर की माँद में
दानियाल की पहली रोया : चार जानवर
दानियाल की दूसरी रोया : मेंढा और बकरा
दानियाल अपनी क़ौम की शफ़ाअत करता है
70 हफ़तों का भेद
दानियाल की आख़िरी रोया
शिमाली और जुनूबी सलतनतों की जंगें
इसराईली क़ौम का बड़ा दुश्मन
मुरदे जी उठते हैं
आख़िरी वक़्त