14
बोगवाना फाय वोर पोचणेन वाट 
1  यीशु तान चेलाह केयो, “तुमरो मोन दुखी नाय एय। बोगवाना पोर बुरहो किरो एने मार पोर बी बुरहो किरो। 
2  मार आबाख ने गेरा माय रेणेन केरता जुलूम जागो हे, एने केदी जागो नाय रितो, ते मी तुमूह केय दितो। काहाकाय मी तुमरी केरता जागो तियार केरनेन केरता जाथु। 
3 एने तुमरी केरता जागो तियार केरनेन बाद, मी पुशो आवीन तुमूह मार फाय ली जाह काहाकाय जा मी रेथु ताहरी तुमू बी रिहो। 
4 एने जाहरी मी जाथु, ताहरीवाली वाट तुमूह मालुम हे।” 
5 थोमा यीशुह केयो, “एय मालीक, आमु नाह जाणते काय, तु का जाणे बाजरिनोह; ते आमु ता जाणेन वाट किहीक जाणज्यु?” 
6 यीशु थोमाह केयो, “वाट एने खेराय एने जीवाय मीच हे; मार बिगेर कुण बी आबाख फाय नाय जाय सेकी। 
7  केदी तुमू माहु जाण लेता, ते तुमू मार आबाख बी जाणता; एने एवी ते तुमू ताह जाणतेह, एने देखी बी लियेल हेते।” 
8 फिलीपुस यीशुह केयो, “एय मालीक, हेरगान आबोख आमुह देखाड़ दे; ज्योस आमरी केरता जुलूम हे।” 
9 यीशु ताह केयो, “एय फिलीपुस, मी ओला दिह वोर तुमरी हिऱ्यो हे, तु माहु नाह जाणेत काय? जो कुण माहु दिखेल हे, तो मार आबाख दिखेल हे।” ते तु काहा किथे, “आमुह आबोख देखाड़?” 
10 काय तु बुरहो नाह किरेत काय मी आबाख माय हे एने आबोख मार माय? जी वात मी तुमूह केथु, “ती वात मी खुद नाह केत। पुण हेरगावालो आबोख मार माय रेन तान काम किरेह। 
11 तुमू मार पोर बुरहो किरो काय मी आबाख माय हे, एने आबोख मार माय हे। नाहते ता कामाह देखीन बुरहो किरो जा मी केरथु। 
12 मी तुमूह खेरीच केथु: मार पोर बुरहो केरनारे जा काम मी केरथु, ताह रेन बी मोटला काम किरहो, काहाकाय मी आबाख फाय जाथु। 
13 एने जो बी तुमू मार नावा केरीन मांगहो तो मी आपुह, काहाकाय बेटाख पोर रेन आबाख ने बोड़ाय एय। 
14  केदी तुमू जो बी मार नावा केरीन मांगहो, ते मी ताह आपुह।” 
चोखाला जीवान वायदो 
15 केदी तुमू माहु मोंग केरतेह, ते मारा उकुमाह मानतेह। 
16 एने मी आबाख फाय विन्ता केरूह, तेवी तो तुमरी हिऱ्यो जेलेमक्योच रेणेन केरता दिहरो एक मोदेक केरनार तुमूह आपी। 
17  तो जीव जो बोगवानान खेरायीह देखाड़ीह। दुनिया ताह स्वीकार नाह किरेत, काहाकाय ता ताह नाह देख सेकते, एने नाह ताह जाणेल हेते। पुण तुमू ताह जाणतेह, काहाकाय तो तुमरी हिऱ्यो रीथे एने तुमरी माय हे। 
18 मी तुमूह विखावाला नाय सोडु; पुण मी पुशो तुमरी फाय आवथु। 
19 एने थोड़ीक वार ने पासाण दुनिया माहु नाय देखी, पुण तुमू माहु दिखहो; काहाकाय मी जीवतालो हे, एने तुमू बी जीवताला रिहो। 
20 ते दिह तुमू जाणहो काय मी मार आबाख माय हे, एने तुमू मार माय हेते, एने मी तुमरी माय हे। 
21 “जो कुण मार उकुमाह स्वीकार किरेह एने मानीह तोच माहु मोंग किरेह। एने जो माहु मोंग किरेह ताह मार आबोख मोंग किरेह; एने मी बी ताह मोंग केरूह एने सोताह ताह देखाडुह।” 
22 तो यहुदा जो यहुदा इस्कोरिती नाह ईतो, ताह केयो, “एय मालीक, ज्यान काय कारेण हे काय तु सोताह आमुह देखाड़ने हुदेह पुण दुनियाह नाह?” 
23 यीशु ताह जापाप आप्यो, “जो बी माहु मोंग केरी तो मारी हिकवोणाह मानी। एने मारो आबोख ताह मोंग केरी, ते मी एने मार आबोख ता फाय आवहु एने ता हेऱ्या रेहु। 
24 जो माहु मोंग नाह किरेत, तो मार हिकवोण पोर नाह चालते; एने ज्यी हिकवोण तुमू होमेलतेह तो मारी नाह सोती, पुण माहु मोकेलनार आबाख ने हे।” 
25 मी ज्यु वातु तुमूह तुलेचबूखी कियेल जेवी मी तुमरी हिऱ्यो ईतो। 
26 मारो आबोख मार नावा केरीन एक मोदेक केरनार मोकली, चोखालो जीव तो तुमूह आखी वात हिकाड़ी, एने मी जो बी तुमूह कियेल हे, तो सोब एर केरावी। 
27 मी तुमरी केरता मार सान्ती सोड़ीन जाथु, ज्यी मारी खुद ने सान्ती तुमूह आपथु; जिहकेरीन दुनिया तुमूह सान्ती आपेह, तिहकेरीन मी नाह आपेत: तुमरो मोन नाय गाबराय एने नाय बिय। 
28 तुमू माहु केतालो होमलेल हेते, “मी जाथु, एने पुशो तुमरी फाय आवुह, तुमू माहु मोंग केरता ताहार ज्यी वातीह रेन खुस एय जाता काय मी आबाख फाय जाथु। काहाकाय आबोख माहु रेन मुठो हे।” 
29 एने मी ज्यु वातु एणेन पेल तुमूह केय दियेल हे, काहाकाय जेवी ज्यु वातु पुऱ्यू एत्यु, तेवी तुमू बुरहो केर सीको। 
30 मी एवी तुमरी हिऱ्यो उंजु जादा वात नाय केरू, काहाकाय ज्यी दुनिया पोर राज केरनार आवीह। मार पोर तान काय आदिकार नाह। 
31 पुण ज्यी वात ज्यानकेरता एणे बाजरेनीह काय दुनिया जाणे काय मी आबाख मोंग केरथु; एने आबोख जीहे उकुम माहु आपेल हे तिहेच केरीन मी केरथु। 
“एवी उठो, न्या रेन जाता।”