याकुप
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याकुप
आव-भाव
भुरसु ने अक्कल
पयस्या वाळु ने गरीब
पारख ने लालच
सामळनु ने करनु
नेवाड़ करनेन बारामां चेताव
भुरसु ने भलायन काम
जीप काजे ने डील काजे आपणा बस मां राखणु
खरलु अक्कल
ईनी कळी साते दुस्तीदारी नी करनु चाहजे
भायस्यो पर गुनु लागाड़नु वारु नी हय
मटाय करन्या काजे चेतावणी
भगवान ईनी कळीन अमीर माणसेन नीयाव करसे
गम खाणु ने दुवा करनु
दुवान ताकत
याकुप
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